“मुझे लगता है कि लोग मेरी बातें समझ नहीं पाते… शायद मैं अलग हूँ!”
क्या आप या आपके आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है जो अलग तरह से सोचता है? जिसे लोगों से जुड़ने में परेशानी होती है? जो अजीब या असामान्य विश्वास रखता है?
अगर हां, तो यह Schizotypal Personality Disorder (STPD) हो सकता है। यह कोई पागलपन या साइकोसिस नहीं है, लेकिन इसमें सोचने, महसूस करने और दूसरों से जुड़ने के तरीके में थोड़ी अलग बात होती है।
आज इसे आसान भाषा में समझते हैं। 😊
STPD क्या होता है?
स्किज़ोटाइपल पर्सनैलिटी डिसऑर्डर एक प्रकार की पर्सनैलिटी डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति का सोचने और महसूस करने का तरीका आम लोगों से अलग हो सकता है।
✅ यह शिज़ोफ्रेनिया (Schizophrenia) से जुड़ा है, लेकिन इसमें व्यक्ति वास्तविकता से पूरी तरह अलग नहीं होता। ✅ इसमें लोग अलग-अलग विश्वास (Odd Beliefs) रख सकते हैं, जैसे टेलीपैथी या जादुई सोच। ✅ सामाजिक रूप से जुड़ना मुश्किल हो सकता है, क्योंकि वे खुद को अलग-थलग महसूस कर सकते हैं।
STPD के लक्षण क्या हैं?
1️⃣ अनोखी सोच और विश्वास – “मुझे लगता है कि मैं लोगों के मन की बातें पढ़ सकता हूँ।” 2️⃣ अजीब बोलचाल और व्यवहार – संवाद में अचानक रुकावटें, असामान्य शब्दों का प्रयोग। 3️⃣ सामाजिक रूप से असहज महसूस करना – दोस्त बनाना मुश्किल लगता है, भरोसा करना कठिन लगता है। 4️⃣ संकोची स्वभाव – दूसरों के इरादों पर शक करना, यह सोचना कि लोग उनके खिलाफ हैं। 5️⃣ अत्यधिक कल्पनाशीलता – कभी-कभी ऐसा महसूस करना कि किसी चीज़ का कोई गहरा संकेत है। 6️⃣ भावनाओं की कमी – चेहरे पर कम एक्सप्रेशन, दूसरों की भावनाओं को न समझ पाना।
STPD और शिज़ोफ्रेनिया में क्या अंतर है?
👉 शिज़ोफ्रेनिया में लोग वास्तविकता से पूरी तरह कट सकते हैं, STPD में ऐसा नहीं होता।
👉 STPD में व्यक्ति अजीब विश्वास रख सकता है, लेकिन वह हकीकत से पूरी तरह नहीं टूटता। 👉 STPD में व्यक्ति को भ्रम (Hallucinations) नहीं होते, जबकि Schizophrenia में यह आम है।
किसी व्यक्ति को कब मदद लेनी चाहिए?
अगर: ❌ आपको लगता है कि आप या कोई करीबी व्यक्ति सामाजिक जीवन से अलग हो रहा है।
❌ सोचने और महसूस करने का तरीका असामान्य है और यह दिक्कत पैदा कर रहा है। ❌ बार-बार अजीब विचार आते हैं जो दूसरों से मेल नहीं खाते। ❌ रिश्तों में दिक्कत आ रही है और दूसरों पर भरोसा करना मुश्किल हो रहा है।
STPD का इलाज क्या है?
✅ मनोचिकित्सा (Psychotherapy) – थेरेपी से सोचने और सामाजिक कौशल सुधारने में मदद मिल सकती है।
✅ दवाइयाँ – अगर बहुत ज्यादा एंग्जायटी या डिप्रेशन हो, तो कुछ दवाइयाँ सहायक हो सकती हैं। ✅ सामाजिक प्रशिक्षण (Social Skills Training) – इससे दूसरों से बातचीत में मदद मिलती है। ✅ CBT (Cognitive Behavioral Therapy) – यह अजीब सोच और विश्वास को सुधारने में मदद कर सकती है।
📍 Mind & Mood Clinic, Nagpur (India)
👨⚕ Dr. Rameez Shaikh, MD (Psychiatrist & Counsellor)
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📌 डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल जानकारी देने के लिए है। किसी भी मानसिक स्वास्थ्य समस्या के लिए कृपया डॉक्टर से संपर्क करें।
Dr. Rameez Shaikh (MBBS, MD, MIPS) is a consultant Psychiatrist, Sexologist & Psychotherapist in Nagpur and works at Mind & Mood Clinic. He believes that science-based treatment, encompassing spiritual, physical, and mental health, will provide you with the long-lasting knowledge and tool to find happiness and wholeness again.
Dr. Rameez Shaikh, a dedicated psychiatrist , is a beacon of compassion and understanding in the realm of mental health. With a genuine passion for helping others, he combines his extensive knowledge and empathetic approach to create a supportive space for his patients.