हम सभी कभी न कभी उदास महसूस करते हैं। लेकिन क्या उदासी और डिप्रेशन एक ही चीज़ हैं? नहीं। डिप्रेशन सिर्फ ‘बुरा महसूस करना’ नहीं है। यह एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है, जो हमारे सोचने, महसूस करने और व्यवहार करने के तरीके को बदल देता है। कई बार लोग इसे समझ नहीं पाते, और इसे बस ‘उदासी’ मान कर नजरअंदाज कर देते हैं।
चलिए, इसे थोड़ा और विस्तार से समझते हैं।
डिप्रेशन और उदासी में क्या अंतर है?
उदासी आमतौर पर किसी कारण से होती है—जैसे किसी की मृत्यु, नौकरी खोना, या रिश्ता टूटना। यह एक सामान्य भावना है, और समय के साथ खुद ही कम हो जाती है।
लेकिन डिप्रेशन… ये हफ्तों, महीनों, या यहां तक कि सालों तक भी रह सकता है। और इसके कोई स्पष्ट कारण नहीं हो सकते। मतलब, आपको पता भी नहीं होगा कि आप इतना बुरा क्यों महसूस कर रहे हैं। डिप्रेशन हमारे सोचने, खाने, सोने, और दुनिया को देखने के नजरिए को प्रभावित करता है।
अगर आपकी उदासी इतनी ज़्यादा हो गई है कि आप रोज़मर्रा के काम भी ठीक से नहीं कर पा रहे हैं, तो हो सकता है ये डिप्रेशन हो।
लक्षण
अब बात करते हैं कि डिप्रेशन के लक्षण क्या हो सकते हैं:
- लगातार उदासी, खालीपन, या निराशा महसूस करना – यह भावना दिनों, हफ्तों या महीनों तक बनी रह सकती है।
- आनंद की कमी – पहले जो चीज़ें आपको खुश करती थीं, अब उनमें भी दिलचस्पी नहीं रहती।
- थकान या ऊर्जा की कमी – हर समय थकावट महसूस करना, चाहे आप कोई मेहनत वाला काम न भी कर रहे हों।
- नींद की समस्या – कभी नींद न आना (अनिद्रा) या बहुत ज़्यादा सोना।
- भूख में बदलाव – या तो भूख बिल्कुल नहीं लगती, या फिर बहुत ज़्यादा खाने की इच्छा होती है।
- आत्मसम्मान की कमी – खुद को बेकार या नाकारा महसूस करना।
- निर्णय लेने में कठिनाई – किसी भी बात पर ध्यान लगाना मुश्किल हो जाता है।
- आत्महत्या के विचार – ये सबसे गंभीर लक्षण है। अगर किसी को ये विचार आ रहे हों, तो तुरंत मदद लेना ज़रूरी है।
एटियोलॉजी (कारण)
डिप्रेशन के कारण हमेशा स्पष्ट नहीं होते, लेकिन कुछ सामान्य वजहें हो सकती हैं:
- आनुवांशिकता – अगर आपके परिवार में किसी को डिप्रेशन हुआ है, तो आपके लिए जोखिम थोड़ा ज़्यादा हो सकता है।
- मस्तिष्क में असंतुलन – हमारे दिमाग में कुछ रसायनों (जैसे सेरोटोनिन) का असंतुलन भी डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
- बचपन का आघात – बचपन में किसी प्रकार का आघात, जैसे कि शोषण या उपेक्षा, बाद में डिप्रेशन का कारण बन सकता है।
- तनावपूर्ण जीवन की घटनाएं – नौकरी खोना, किसी प्रियजन की मृत्यु, या रिश्तों में समस्याएं भी डिप्रेशन की शुरुआत कर सकती हैं।
- अन्य मानसिक या शारीरिक रोग – कभी-कभी अन्य मानसिक बीमारियों या गंभीर शारीरिक बीमारियों के साथ डिप्रेशन भी हो सकता है।
कब मदद लें?
अगर आप लगातार दो हफ्तों से ज़्यादा समय तक उदास, थके हुए, और निराश महसूस कर रहे हैं, तो यह समय हो सकता है कि आप मदद लें। विशेष रूप से, अगर आपको लगता है कि आपकी ये भावनाएँ आपके जीवन को प्रभावित कर रही हैं—जैसे कि काम पर जाना, रिश्तों को संभालना या अपनी सेहत का ध्यान रखना—तो किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से मिलना फायदेमंद हो सकता है।
हल्का, मध्यम और गंभीर डिप्रेशन की पहचान कैसे करें?
हल्का डिप्रेशन:
इसमें आप उदास महसूस करेंगे, लेकिन फिर भी आप अपने रोज़मर्रा के काम कर पाएंगे। आपकी उत्पादकता थोड़ी कम हो सकती है, लेकिन आप फिर भी जीवन को संभालने की कोशिश कर रहे होते हैं।
मध्यम डिप्रेशन:
यह थोड़ा गंभीर होता है। इसमें आपकी रोज़मर्रा की ज़िन्दगी मुश्किल हो जाती है। आप काम या रिश्तों पर ध्यान नहीं दे पाते। थकावट और निराशा ज़्यादा गहरी हो जाती है।
गंभीर डिप्रेशन:
यह सबसे खतरनाक स्थिति होती है। इसमें व्यक्ति को खुद की देखभाल भी मुश्किल लगती है। कभी-कभी आत्महत्या के विचार भी आ सकते हैं। यह स्थिति तुरंत चिकित्सा सहायता की मांग करती है।
उदाहरण
मेरा एक मरीज़ था, जिसका नाम हम ‘आरव’ मान लेते हैं। आरव की ज़िन्दगी पहले बिल्कुल सामान्य चल रही थी। लेकिन फिर अचानक से वह बहुत उदास रहने लगा। पहले उसने इसे ‘सिर्फ थोड़ा स्ट्रेस’ समझा और नज़रअंदाज कर दिया। धीरे-धीरे उसका ये उदासी बढ़ने लगी, और उसने खुद को दोस्तों और परिवार से दूर कर लिया। जब वह मुझसे मिलने आया, तब उसे लगा कि यह सिर्फ हल्की उदासी है। लेकिन बातचीत के बाद हमने समझा कि ये मध्यम डिप्रेशन था, और समय रहते हमने उसका इलाज शुरू किया।
Disclaimer
इस लेख का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है। यदि आप या आपके किसी जानने वाले को डिप्रेशन के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो कृपया किसी मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करें। डिप्रेशन एक इलाज़ योग्य स्थिति है, लेकिन सही मदद और समय पर उपचार ज़रूरी है।
Dr. Rameez Shaikh (MBBS, MD, MIPS) is a consultant Psychiatrist, Sexologist & Psychotherapist in Nagpur and works at Mind & Mood Clinic. He believes that science-based treatment, encompassing spiritual, physical, and mental health, will provide you with the long-lasting knowledge and tool to find happiness and wholeness again.
Dr. Rameez Shaikh, a dedicated psychiatrist , is a beacon of compassion and understanding in the realm of mental health. With a genuine passion for helping others, he combines his extensive knowledge and empathetic approach to create a supportive space for his patients.